हमारे निदेशक

श्री बी एन रामकृष्णा, उत्कृष्ट वैज्ञानिक, वर्तमान में अंतरिक्ष विभाग के अधीन भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन की एक इकाई, इसरो दूरमिति अनुवर्तन तथा आदेश संचारजाल (इस्ट्रैक) में निदेशक के रूप में सेवारत हैं।

उन्होंने इलेक्ट्रॉनिकी और संचार अभियांत्रिकी के जटिल क्षेत्र में विशेषज्ञता के साथ इंजीनियरिंग में अपनी स्नातक की डिग्री प्राप्त की और जैन विश्वविद्यालय से वांतरिक्ष वैमानिकी प्रणाली में विशेषज्ञता के साथ प्रौद्योगिकी में स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त की।

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के साथ श्री रामकृष्णा जी का वृत्ति जीवन वर्ष 1985 में प्रारम्भ हुआ जब उन्होंने हासन में मुख्य नियंत्रण सुविधा में कार्यभार ग्रहण किया । उन्होंने कुशल भू स्थिर उपग्रह प्रचालनों, विश्‍लेषणों को आयोजित करते हुए और भू तुल्‍यकाली उपग्रहों के प्रचालनों को स्‍वचालित करते हुए एक अग्रणी योगदान दिया । नव परिवर्तनों के कारण बनने के दौरान उन्‍होंने विद्युत, नियंत्रण तथा अंकीय इलेक्‍ट्रॉनिकी के क्षेत्र में महारत और विशेषज्ञता हासिल की ।

वर्ष 1998 में इस्ट्रैक में तैनात होकर उन्होंने बढ़ते उत्तरदायित्व की विविध स्थितियों को संभाला । श्री बी एन रामकृष्णा की उपलब्धियों के प्रभावशाली कार्यों में सुदूर संवेदन उपग्रह, कार्टोसैट उपग्रह श्रृंखला का प्रबंधन और चन्द्रयान-1, चन्द्रयान-2, चन्द्रयान-3, मार्स आर्बिटर मिशन के मिशन विश्लेषण में मुख्य भूमिका और महत्वपूर्ण गगनयान मिशन के लिए प्रारम्भिक नेटवर्क योजना सम्मिलित है। वे उपग्रह मिशन डिजाइन एवं आयोजना के क्षेत्र में सच्चे नेतृत्वकर्ता हैं। मुख्यतः वे गगनयान मिशन के लिए डिजाइन, समीक्षा दल का नेतृत्व कर रहे हैं, जो उनके दूरदर्शी नेतृत्व और विशेषज्ञता का प्रमाण है।

उन्होंने स्वदेशी त्रि-बैंड निर्देश अभिग्राही की प्राप्ति, अत्याधुनिक सटीक कालन सुविधा की स्थापना और लखनऊ में इसरो नौवहन केन्द्र को प्रचालनात्‍मक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वे खोज एवं बचाव अभियानों के लिए, नाविक भू खण्डों और ऐन्टेना प्रणालियों के लिए अत्याधुनिक मियोसार प्रणाली की प्राप्ति और भू खण्ड घटकों के स्वदेशीकरण की ओर दलों का नेतृत्व कर रहे हैं।

श्री रामकृष्णा इसरो के सभी मिशनों में अपने उत्कृष्ट योगदान के लिए विभिन्‍न व्यक्तिगत और समूह उत्कृष्टता पुरस्कारों के प्राप्तकर्ता हैं। वे अपने नाम 50 से अधिक प्रकाशनों के साथ अनेक अंतर्राष्ट्रीय लेखों के लेखक हैं, जो उनके ज्ञान और नवप्रवर्तन के प्रति उनके अथक प्रयास का प्रमाण है।


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